देखो दोस्त, कभी-कभी चीजों के साथ deal करना बहुत ही मुश्किल हो जाता है | खाशतौर तौर पर तब, जब हम पहले ही किसी मानसिक दबाब या किसी परेशानी से गुजर रहे हो |
सबसे पहले तुमको ये समझने की जरूरत है कि ये depression हमेशा नहीं रहने वाला, और ऐसा नहीं की तुम इससे बाहर नहीं आ सकते | अपने आप से वादा करो कि मैं अपनी जिन्दकीं ऐसे ही नहीं गुजार सकता , परेशान होकर , दुखी होकर, लोगों के बारे में सोचकर | अगर तुम किसी वजह से परेशान या depressed हो तो उस परेशानी की वजह ढुडों बजाय इसके कि वह परेशानी तुम्हारे depression का कारण बनें। यदि किसी व्यक्ति कि वजह से परेशान हो तो हमेशा याद रखना " जब कोई व्यक्ति तुम्हारी खुशी या दुख का कारण बन सके या वह ये decide कर सके कि तुम कब खुश रहोगे और कब दुखी तो ये -- किसी व्यक्ति कि मानसिक गुलामी से कम नहीं है " और मुझे नही लगता कि तुम ऐसा कभी चाहोगे |
मेरे दोस्त ,जल्द ही इस सब से बाहर निकलो और अपने सपनों को साकार करने में लग जाओ, और हो सके तो किसी की मदद करने की कोशिश करो , जो ऐसी ही किसी समस्या से परेशान है। Losts of love मेरे दोस्त , मुझे उमीद है कि तुम बहुत अच्छा करोगे ।